बाघ ने दो गायों का किया शिकार, जान बचाकर भागा पशुपालक, विभाग ने कराई मुनादी

डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा/परासिया। सतपुड़ा टाइगर राष्ट्रीय उद्यान के बफर जोन से लगे खेत में गुरुवार अल सुबह बाघ ने दो गाय का शिकार किया। बाघ को शिकार करते देखकर पशु पालक खेत के मचान से कूदकर भागा, गिरने से उसे काफी चोट आई। राष्ट्रीय टाइगर उद्यान के बफर जोन में सटे झिरपा से 9 किमी दूर स्थित गांव पिसुआ में 45 वर्षीय तुलसीराम अपने खेत की रखवाली करने मचान पर सोया था, वहीं गोठान में उसके मवेशी थे। सुबह लगभग 4 से 5 बजे के दरमियान मवेशियों के हड़बड़ाकर इधर-उधर भागने और जोर जोर से रंभाने की आवाज आने पर उसकी नींद खुली तो बाघ को गाय पर हमला करते देखा। घबराकर वो मचान से कूदकर भागा। इस दौरान भागते हुए गिरने से उसे चोट आई। बाघ ने उसकी दो गाय का शिकार किया। 
सात गांवों में अलर्ट
बाघ के हमले की सूचना फैलते ही आसपास के गांवों में दहशत व्याप्त है। वहीं सतपुड़ा टाइगर राष्ट्रीय उद्यान के अधिकारी ने सूचना मिलने पर स्थल निरीक्षण किया और आसपास के आधा दर्जन से अधिक गांव में मुनादी करवाकर रात में घरों से बाहर अकेले नहीं निकलने की चेतावनी दी है। वहीं घटना स्थल के आसपास स्थित 7 गांवों में मुनादी करवाकर बाघ के मूवमेंट की जानकारी देकर ग्रामीणों को रात में घर से अकेले बाहर नहीं रहने की चेतावनी दी गई है। 
इनका कहना है 
मुख्य मार्ग से घटना स्थल लगभग 5 किमी दूर और बफर जोन से सटा हुआ है। स्थल निरीक्षण के दौरान मृत मवेशियों की स्थिति और बाघ के पगमार्क पाए गए। मृत मवेशी की कीमत अनुसार विभाग द्वारा पशु पालक को मुआवजे का भुगतान किया जाएगा। 
संजीव शर्मा, एसडीओ, सतपुड़ा राष्ट्रीय टायगर उद्यान